द फैमिली मैन.

द फैमिली मैन का श्रीकांत तिवारी मनोज बाजपाई।
मनोज बाजपेयी के अंदर ही ‘द फैमिली मैन’ का श्रीकांत तिवारी, लंबे वक्त बाद कही बड़ी बात
मध्यम वर्ग के जीवन को कॉमेडी बताते हुए मनाज बाजपेयी ने कहा कि यह उनके सभी पात्रों के लिए प्रेरणा और संदर्भ है.

मनोज ने कहा कि उन्होंने अपने किरदारों को जीवन से बड़ा बनाने की कभी कोशिश नहीं की.
मनोज बाजपेयी के किरदारों ने हमेशा दिल जीता है
मनोज ने द फैमिली मैन के रोल को लेकर बात की है
बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी ने अपने हर किरदार से हमेशा ही दर्शकों का दिल जीता है. हालांकि, अब एक्टर ने इस बात का खुलासा है किया है कि उन्हें अपने किरदारों को निभाने के लिए कहां से प्रेरणा मिलती है.
The Family Man 2: आखिरलोना वाला में उस रात क्या हुआ, क्या श्रीकांत को पत्नी ने दिया था धोखा, मनोज वायपेयी ने दिया जवाब.

The Family Man 2 मुंबई। फैमिली मैन-2 रिलीज हो चुकी है और काफी पसंद भी की जा रही है। एक्शन, ड्रामा, थ्रिलर और सस्पेंस से भरपूर इस फिल्म के दूसरे सीजन में आखिरकार एक रहस्य अभी भी बरकरार है कि आखिर लोनावाला की उस रात में क्या हुआ था। क्या मुख्य किरदार और अंडरकवर एजेंट श्रीकांत तिवारी (मनोज वाजपेयी) उनकी पत्नी शुचि ने धोखा दिया था या नहीं। दर्शकों को सीजन 2 में भी इस सवाल का जवाब नहीं मिल पाया है। द फैमिली मैन सीजन-2 में मनोज बाजपेयी यानी श्रीकांत तिवारी को ज्यादातर ऐसा करते हुए दिखाया गया है कि वह अपनी पत्नी सुचित्रा को खुश रखना चाहता है और उसे प्रभावित करना चाहता है, क्योंकि वह लगातार खुद से दूर होती जा रही है। कई दर्शकों का ऐसा मानना है कि सुचित्रा ने अपने दोस्त अरविंद के साथ मिलकर श्रीकांत को धोखा दिया है और इसी कारण से सुचित्रा आत्मग्लानि के कारण परेशान हैं।
मनोज वाजपेयी ने दी प्रतिक्रिया
आखिरकार लोनावाला में उस रात को सुचित्रा और अरविंद के बीच क्या हुआ था, इस बारे में भले ही अभी तक रहस्य बना हुआ है। लेकिन पहली बार इस बात को लेकर मनोज वाजपेयी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। ‘लोनावला में क्या हुआ था’ पर जवाब देते हुए मनोज वाजपेयी ने कहा कि – ‘यह बात मुख्य किरदार श्रीकांत तिवारी को भी नहीं पता कि लोनावला में क्या हुआ था. उसे भी इस पर किसी तरह का कोई हिंट नहीं है।
आपने काफी कुछ देखा है और आपको काफी कुछ पता है। दर्शकों ने भी देखा कि लोनावाला के घटनाक्रम के समय श्रीकांत वहां उपस्थित नहीं था। श्रीकांत तिवारी सिर्फ एक ही चीज समझता है कि उसकी पत्नी इस शादी में खुश नहीं है।
मनोज बाजपेयी आगे कहते हैं- ‘श्रीकांत, सुचित्रा का नजरिया जानना चाहता है और परिवार को साथ रखने की कोशिश कर रहा है। सुचित्रा जब भी श्रीकांत तिवारी के साथ इस बारे में कोई बात करती है तो वह काफी सहम जाता है। वैसे डायरेक्टर्स और मेकर्स ने तय किया है कि खुद को सुचित्रा की जगह पर रखा जाए और इस सवाल के जवाब के लिए सही समय का इंतजार किया जाए। मनोज वाजपेयी ने कहा कि मैं खुद ये जानना चाहता हूं कि आखिर वहां हुआ क्या था।
The Family Man 2 के ये डायलॉग किए जा पसंद.

– सब चाहते हैं कि सच उनके साथ रहे, यहां सच के साथ कोई नहीं रहना चाहता...
– I Will Protect our tamil Race!
– I think JK Like a Cockroach.. कोई भी सिचुएशन में सर्वाइव कर जाएगा...
– सर, PM ने कहा है कि बताइये देश आपके लिए क्या कर सकता है.. सर वो इंटरेस्ट फ्री होम लोन की बात कर लूं PM से ?
– Twitter पे बहुत सारे ज्ञानी बैठे हैं, Who will dig deeep and find out any flaw in anything..
– मैं देश के लिए मर सकता हूं, लेकिन ये पॉलिटिक्स के लिए नहीं यार ..
– जिस दिन बासु ऐसे झंडों और धमकियों से डरने लगी, उस दिन अपना इस्तीफा दे देगी…
वेब सीरीज में श्रीकांत तिवारी यानि मनोज वाजपरेयी एक अंडरकवर एजेंट की भूमिका में है, साथ में उनके दोस्त जेके की भूमिका शारिब हाशमी ने निभाई है। दोनों ने वेब सीरीज के दोनों पार्ट में शानदार अभिनय किया है। The Family Man 2 की कहानी भी लोगों को काफी पसंद आ रही है। फिल्म के हर सीन में एक अलग ही रोमांच और सस्पेंस ने दर्शकों को आखिर तक बांधे रखा है।
दावा : The Family Man 2 के लिए Manoj Bajpayee को मिले 10 करोड़रुपए, जानिए बाकी स्टार्स को क्या मिला?
इस सीरीज के रिलीज होने के बादअब इसके स्टारकास्ट को मिलने वाली फीस को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है.ख़बरों की मानें तो सा मंथाको फैमिलीमैन के सीजन 2 के लिए 3 से 4 करोड़ रुपए ऑफर किए गए थे.
मोस्ट अवेटेड वेबसीरीज जिसका सभी को लंबे समय से इंतज़ार था हाल ही में रिलीज कर दी गई है. हम बात कर रहे हैं द फैमिली मैन के सीजन 2 (The Family Man 2) की जो इस समय दर्शकों का हॉट फेवरेट बनी हुई है. ख़बरों की मानें तो अमेज़न प्राइम पर रिलीज हुई इस वेबसीरीज फैमिली मैन के सेकंड सीजन को दर्शक पहले सीजन से भी बेहतर बता रहे हैं. फिल्म की स्टोरी लाइन कसी हुई है और सस्पेंस का आलम यह है कि यदि एक बार आपने इसे देखना शुरू कर दिया तो इसके सामने से हट पाना बेहद मुश्किल हो जाता है.
फैमिली मैन के सीजन 1 में श्रीकांत (मनोज बाजपेयी) और उनकी टीम जहां पाकिस्तान से आए खतरे का सामना करती है. वहीं, सेकंड सीजन में श्रीकांत, लिट्टे जैसे दुर्दांत संगठन से टक्कर लेते नज़र आते हैं. वेबसीरीज में ना सिर्फ भरपूर एक्शन है बल्कि सही समय पर कॉमेडी का भी भरपूर डोज़ है. आपको बता दें कि इस सीरीज के रिलीज होने के बाद अब इसके स्टारकास्ट को मिलने वाली फीस को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो फैमिली मैन के सीजन 2 के लिए मनोज बाजपेयी को जहां 10 करोड़ रुपए मिले हैं वहीं, सीरीज में मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpai) की वाइफ सुचित्रा तिवारी का किरदार निभाने वाली प्रियामणि को लगभग 80 लाख रुपए मिलने की बातें सामने आई हैं. इस वेबसीरीज में राजी नाम की लिट्टे कमांडो का रोल निभाने वाली सामंथा अक्किनेनी को भी भारी भरकम अमाउंट बतौर फीस दी गई है. ख़बरों की मानें तो सामंथा को फैमिली मैन के सीजन 2 के लिए 3 से 4 करोड़ रुपए ऑफर किए गए थे. आपको बता दें कि सामंथा साउथ सिनेमा का एक बड़ा नाम हैं और वो कई हिट और ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम कर चुकी
The Family Man Season 2 Review: मनोज बाजपेयी की परफॉरमेंस है शानदार, इसे देखें मगर ज्यादा उम्मीद न रखें.

The Family Man Season 2 Review: हिंसा ही हिंसा को रोक सकती है. इसदर्शन के साथ द फैमेलीमैन के दूसरे सीजन की कहानी शुरू होती है और सचमुच हिंसा पर ही इसका अंत होता है. पहले सीजन मेंअगरआपको नया पन महसूस हुआ था तो इस बार ढिलाई नजरआएगी. मनोज बाजपेयी औरअन्य कलाकारों के बढ़िया परफॉरमेंस के बावजूद यह वेब सीरीज औसत कहानी से ऊपर नहीं उठ पाती.
आपको अमेजन प्राइम की वेबसीरीज द फैमिली मैन के दूसरे सीजन का इंतजार था तो जान लीजिए कि ज्यादा उम्मीदें निराश करेंगी. इसे सिर्फ इस जिज्ञासा के साथ देखा जा सकता है कि श्रीकांत तिवारी (मनोज बाजपेयी) पहले सीजन में दिल्ली में आतंकियों से मिली मात के बाद दूसरे में क्या कर रहे हैं. पत्नी सुची (प्रियमणि) के साथ गृहस्थी की गाड़ी पटरी पर बैठाने के लिए उनकी कोशिशें कैसी हैं और क्या इस बार अंत आते-आते यह परिवार सुखी हो पाएगा. इन दो मुख्य बातों की बातों की सेंडविच के बीच में निर्देशक राज-डीके ने श्रीलंका के तमिल ईलम आंदोलन और आतंकी संगठन द्वारा भारतीय प्रधानमंत्री की हत्या के षड्यंत्र का मसाला भरा है. उन्होंने लिट्टे (लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम) के हाथों पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के प्रकरण की पृष्ठभूमि से प्रेरित होने के साथ लव जिहाद का टॉप-अप यहां डाला और कहानी को नए जमाने का रंग देने की भी कोशिश की.
द फैमिली मैन का दूसरा सीजन कई जगहों पर पहले को याद करता है और धीमी रफ्तार से बढ़ता है. पुराना थ्रिल यहां गायब है और सिर्फ मनोज बाजपेयी इसे अपने कंधों पर लेकर आगे बढ़ते हैं. प्रसिद्ध तमिल अभिनेत्री समांथा अक्कीनेनी सधा हुआ अभिनय करती हैं परंतु उनके हिस्से आया एक सख्त-जान, सताई और बदले की आग में जलती युवती का सिंगल ट्रेक दर्शकों को अधिक प्रभावित नहीं करता.

फैमिली मैन बनने के लिए मनोज बाजपेयी यहां अपनी एनआईए की नौकरी छोड़ कर एक आईटी फर्म में नाइन-टू-फाइव जॉब तो कर लेते हैं परंतु दफ्तर में उनकी किसी से बातचीत नहीं है. युवा सहकर्मियों को वह उनके बूढ़े-थके पिता की याद दिलाते हैं. मनोज का भी इस दफ्तर में मन नहीं लगता और अक्सर अपने पुराने साथी जेके (शारिब हाशमी) से कभी फोन पर तो कभी मिलकर बतियाते रहते हैं. असल में उनकी दुनिया वहीं है, जहां अपराधियों को सबक सिखाया जाना है.
नौ कड़ियों की करीब सवा चार सौ मिनट की यह सीरीज ब्रेक ले-लेकर चलती है. हर बार जब आपको लगता है कि कहानी बढ़ रही है तो किसी न किसी किरदार की बैक स्टोरी बीच में आती है. लिट्टे से प्रेरित संगठन की गतिविधियों के बीच भारत-श्रीलंका संबंधों की कुछ राजनीतिक बातों से नए सीजन की शुरुआत होती है. इस संगठन के तार उत्तरी श्रीलंका से होते हुए चेन्नई, मुंबई, दिल्ली से लेकर लंदन और फ्रांस तक बिखेरे जाते हैं.
पाकिस्तान की आईएसआई का एजेंट भी यहां मौजूद है, जो तमिल संगठन/लीडर को भारत विरोधी षड्यंत्र के लिए उकसाता और फिर उसकी मदद करता है. आगे तमिलों के दर्द को कश्मीर के मुसलमान से जोड़ते हुए दिखाया गया है कि ‘सलमान’ मिशन के तहत कैसे ‘धृति’ को झूठे प्यार में फंसाता है. श्रीकांत और सुची की निजी जिंदगी में इस बार एक मनोचिकित्सक है, जो मुद्दों पर कम बात करता है और उनकी सेक्स लाइफ में अधिक दिलचस्पी लेता नजर आता है.
द फैमिली मैन का दूसरा सीजन ठीक-ठाक शुरुआत के बाद धीरे-धीरे पटरी से उतरता जाता है. अगर आप दो-तीन दशक पुरानी श्रीलंकाई-भारतीय राजनीति से परिचित हैं तो कहानी के मुख्य प्लॉट के रहस्य में ही आपके लिए कोई जादू नहीं रह जाता. आप जानते हैं कि कहानी किस तरफ जाने वाली है. इसी तरह श्रीकांत और सुचि की जिंदगी में कुछ नया नहीं होता. श्रीकांत और जेके की बातचीत का अंदाज भी पुराना है, जिसमें अपशब्दों के साथ कुछ वन-लाइनर बीच-बीच में गुदगुदाने की कोशिश करते हैं.
दूसरे सीजन में क्लाइमेक्स का बड़ा धमाका, श्रीकांत की जिंदगी की समस्याओं और उनकी किशोरवय बेटी धृति (अश्लेषा ठाकुर) के ‘सलमान’ से प्यार के ड्रामे में अपनी धार खो देता है. राज-डीके असमंजस में दिखते हैं कि कहानी का फोकस कहां रखें और द फैमिली मैन-2 किसी बॉलीवुड की फिल्म की तरह लगने लगती है. जो थ्रिलर होने के बावजूद न तो रोमांच पैदा करती है और न इसके रहस्य बांधते हैं. इसके संवाद हिंदी के साथ अंग्रेजी और तमिल में भी हैं.
इसमें संदेह नहीं कि मनोज बाजपेयी जबर्दस्त हैं और उन्हें साथी कलाकारों का अच्छा साथ मिला. खास तौर पर प्रियमणि और समांथा का. प्रधानमंत्री बसु की भूमिका में सीमा बिस्वास लगातार ममता बनर्जी की याद दिलाती हैं. शारिब पिछली बार की तरह रोचक नहीं हैं. शरद केलकर समीति दृश्यों के लिए हैं, जिनका कोई खास मतलब नहीं है.
कसी और तीखी संवेदनाओं की संभावनाओं से युक्त राजनीतिक थ्रिलर लेखकीय-निर्देशकीय कमजोरी के कारण पैनापन खो देती है. बुनावट की ढील के बीच रोमांच और रोमांस क्रमशः शिथिल पड़ते जाते हैं. यहां महसूस होता है कि कागज पर कहानी को और स्क्रीन पर एपिसोड्स को कसे हुए संपादन की जरूरत थी. जिसका अभाव द फैमिली मैन सीजन 2 को एक साधारण सीजन से ऊपर नहीं उठने देता. पहले सीजन के विपरीत दूसरे सीजन की कहानी का ट्रेक ऐसा लगता है मानो किसी ने अपना जोखिम भरा रोमांचक काम छोड़ कर नौ से पांच की नौकरी कर ली हो.
The Family Man 2: रिलीज से पहले ही हंगामा, सोशल मीडिया पर हो रही सीरीज के बहिष्कार की मांग, जानेंक्यों?

इसवेब सीरीज में मनोज बाजपेयीअपने पहले के किरदार में नजरआने वाले हैं, जब कि दक्षिण भारतीय अभिनेत्री सामंथा अक्किनेनी भी इस शो के साथ डिजिटल क्षेत्र में अपना डेब्यू करने वाली हैं।
मनोज बाजपेई की मशहूर वेब सीरीज ‘द फैमिली मैन’ के दूसरे सीजन का प्रसारण 4 जून को होगा। हाल ही में इसका ट्रेलर लॉन्च किया गया, लेकिन स्ट्रीमिंग से पहले ही इस शो को लेकर हंगामा शुरू हो गया है। सोशल मीडिया पर इसके बहिष्कार की मांग हो रही है। दक्षिण भारत में वेब सीरीज को लेकर गुस्सा देखने को मिल रहा है। बता दें कि सीरीज में मनोज बाजपेयी अपने पहले के किरदार में नजर आने वाले हैं, जबकि उनके अलावा प्रियमणि राज, शारिब हाशमी, सीमा विश्वास, दर्शन कुमार, शरद केल्कर, सनी हिंदुजा और श्रेया धनवंतरी भी अहम भूमिकाओं में हैं। दक्षिण भारतीय अभिनेत्री सामंथा अक्किनेनी भी इस शो के साथ डिजिटल क्षेत्र में अपना डेब्यू करने वाली हैं।
The Family Man 2: रिलीज से पहले ही हंगामा, सोशल मीडिया पर हो रही सीरीज के बहिष्कार की मांग, जानेंक्यों?

इसवेब सीरीज में मनोज बाजपेयी अपने पहले के किरदार में नजर आने वाले हैं, जब कि दक्षिण भारतीय अभिनेत्री सामंथा अक्किनेनी भी इस शो के साथ डिजिटल क्षेत्र में अपना डेब्यू करने वाली हैं।

मनोज बाजपेई की मशहूर वेब सीरीज ‘द फैमिली मैन’ के दूसरे सीजन का प्रसारण 4 जून को होगा। हाल ही में इसका ट्रेलर लॉन्च किया गया, लेकिन स्ट्रीमिंग से पहले ही इस शो को लेकर हंगामा शुरू हो गया है। सोशल मीडिया पर इसके बहिष्कार की मांग हो रही है। दक्षिण भारत में वेब सीरीज को लेकर गुस्सा देखने को मिल रहा है। बता दें कि सीरीज में मनोज बाजपेयी अपने पहले के किरदार में नजर आने वाले हैं, जबकि उनके अलावा प्रियमणि राज, शारिब हाशमी, सीमा विश्वास, दर्शन कुमार, शरद केल्कर, सनी हिंदुजा और श्रेया धनवंतरी भी अहम भूमिकाओं में हैं। दक्षिण भारतीय अभिनेत्री सामंथा अक्किनेनी भी इस शो के साथ डिजिटल क्षेत्र में अपना डेब्यू करने वाली हैं।
ट्रेलर में क्या दिखाया गया है?
ट्रेलर में श्रीकांत तिवारी (मनोज बाजपेई) की वापसी को दिखाया गया है। इस बार वो नए दुश्मन का सामना करेंगे, जिसका किरदार सामंथा अक्किनेनी ने निभाया है। इस बार भी श्रीकांत अपने परिवार और काम के बीच जद्दोजहद करते दिखाई देंगे।
क्यों हो रहा है विवाद?
मनोज बाजपेयी कोरोना काल में पहाड़ों में गुजार रहे हैं समय, शेयर की तस्वीर
दरअसल, ‘द फैमिली मैन 2’ का बैकग्राउंड दक्षिण भारत से जुड़ा हुआ है। ट्विटर पर #FamilyMan2_against_Tamils ट्रेंड हो रहा है और इस बात को लेकर विवाद हो रहा है कि इसमें श्रीलंका में अपने हितों की लड़ाई लड़ने वाले तमिल विद्रोहियों का संबंध इस्लामिक आतंकी संस्था से जोड़कर दिखाया गया है। कहा जा रहा है कि सीरीज में तमिलों को आतंकियों की तरफ पेश किया गया है और श्रीलंका में बरसों से जारी संघर्ष को बदनाम करने की कोशिश की गई है। इस शो पर तमिल विरोधी होने के आरोप लग रहे हैं।
Family man 2: कितने बजे रिलीज होरहा है मनोज बाजपेई का शो, ट्रेलर से स्टारकास्ट तक, जानि एवेब सीरीज के बारे में पूरी डिटेल्स.

‘द फैमिली मैन’ को दर्शकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था। ऐसे में इस के दूसरे सीजन को लेकर काफी बज
मनोज बाजपेई की अपकमिंग वेब सीरीज ‘द फैमिली मैन 2’ को लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है। फैंस बेसब्री से इस शो के रिलीज होने का इंतजार कर रहे हैं। इसमें मनोज के अलावा सामंथा अक्किनेनी, प्रियामणि, श्रेया धनवंतरी, सनी हिंदुजा, गुल पनाग और स्क्रीन पर आखिरी बार आसिफ बसरा नज़र आएंगे। गौरतलब है कि आसिफ ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
दरअसल, एक्टर ने भारतीय मध्यम वर्ग के जीवन को कॉमेडी बताते हुए कहा कि यह उनके सभी पात्रों के लिए प्रेरणा और संदर्भ है. हाल ही में गोवा में भारत के 52वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के मौके पर आयोजित ‘क्रिएटिंग कल्ट आइकॉन: इंडियाज ओन जेम्स बॉन्ड विद द फैमिली मैन’ पर वर्चुअल मोड के माध्यम से भाग लेते हुए, मनोज ने कहा कि उन्होंने अपने किरदारों को जीवन से बड़ा बनाने की कभी कोशिश नहीं की.
अपने भीतर ही मनोज को मिल गया श्रीकांत तिवारी
प्रतिभाशाली अभिनेता ने समझाया और कहा, “मैं हमेशा वास्तविकता में जीने और चरित्र को जनता का प्रतिनिधि बनाने की कोशिश करता हूं. मुझे ‘द फैमिली मैन’ सीरीज में अपने चरित्र श्रीकांत तिवारी को कहीं भी खोजने की आवश्यकता नहीं थी. मुझे यह मेरे भीतर, मेरे परिवार में, मेरे आस-पास और हर जगह देखने को मिला है.”
तुरंत सीरीज के लिए भर दी हांमी
यह बताते हुए कि ‘द फैमिली मैन’ एक मध्यम वर्ग के भारतीय शख्स की एक कहानी थी, अभिनेता ने कहा, “जब राज और डीके मेरे पास सिनॉप्सिस (द फैमिली मैन 2) लेकर आए, तो मैंने तुरंत हां कर दी थी.” इस सीरीज की निर्देशक जोड़ी राज निदिमोरू और कृष्णा डी.के ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि वे एक पेन इंडिया स्टोरी करना चाहते थे.

द फैमिली मैन’ से मिले कई अनुभव
उन्होंने कहा, “स्वतंत्रता की सबसे बड़ी अभिव्यक्ति जो हमने अनुभव की जब हमने ‘द फैमिली मैन’ श्रृंखला शुरू की थी, हमें खुद को सीमित क्यों करना चाहिए? दोनों ने कहा कि बाधा को तोड़ने और कहानी को पेन इंडिया बनाने के लिए, हम विभिन्न क्षेत्रों के अभिनेताओं, चालक दल और लेखकों तक पहुंचे.”
सामंथा भी हुईं समारोह में शाहिद
सत्र में भाग लेने वाले अन्य लोगों में अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु और अमेजॉन प्राइम इंडिया ओरिजिनल की प्रमुख अपर्णा पुरोहित शामिल थीं. संवाद सत्र का संचालन अभिनेता अंकुर पाठक ने किया. सत्र की शुरुआत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव, अपूर्व चंद्रा द्वारा महोत्सव निदेशक चैतन्य प्रसाद की उपस्थिति में पैनल के अभिनंदन के साथ हुई.